पल्स रेट और हार्ट रेट के बीच अंतर | 0700

पल्स रेट और हार्ट रेट के बीच अंतर 

पल्स रेट और हार्ट रेट के बीच अंतर


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पल्स रेट और हार्ट रेट के बीच अंतर


पल्स रेट और हार्ट रेट, दोनों हमारे दिल के स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण मापदंड हैं, लेकिन यह दोनों अलग-अलग तरीकों से मापे जाते हैं और उनका महत्व भी अलग होता है। इस लेख में, हम पल्स रेट और हार्ट रेट के बीच अंतर के बारे में चर्चा करेंगे, इनके मापन के तरीकों को समझेंगे, और इनके स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं को जानेंगे।

पल्स रेट

पल्स रेट या नाड़ी की दर एक व्यक्ति के दिल की धड़कनों की गिनती होती है। यह एक मापक होता है जिससे पता चलता है कि कितनी बार दिल एक मिनट में धड़कता है। पल्स रेट को सामान्यत: बीट्स पर मिनट (BPM) में मापा जाता है।

पल्स रेट के मापन के तरीके

  1. हाथ बढ़ा कर मापन: यह सबसा सामान्य तरीका है जिसमें आप अपने दोनों हाथों की दोनों ओर अपनी उंगलियों का उपयोग करके अपने नाड़ी की दर को माप सकते हैं। आपको अपने उंगलियों को दबाने और छोड़ने का गणना करना होगा जब आप अपने दिल की धड़कनों को महसूस करते हैं। आप इस क्रिया को 15 सेकंड के लिए करके आपके पल्स रेट को मिनट में माप सकते हैं, और फिर इसे 4 से गुना करके प्राप्त बीट्स पर मिनट में बदल सकते हैं।

  2. पल्स मीटर का उपयोग: आपको अपने पल्स को मापने के लिए विशेष पल्स मीटर का उपयोग कर सकते हैं। इसमें आपके दिल की धड़कन को गिनने के लिए सेंसर्स होते हैं और वे आपके पल्स रेट को आपके लिए स्वचालित रूप से मापते हैं।

  3. ईस्टेथिकल पल्स रेट मॉनिटर्स: कुछ फिटनेस उपकरण भी पल्स रेट को मापने की अनुमति देते हैं, जैसे कि ईस्टेथिकल पल्स रेट मॉनिटर्स जो आपके शरीर के संपर्क के साथ पल्स रेट को मापते हैं।

पल्स रेट के महत्व

पल्स रेट व्यक्ति के दिल के स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण प्रमाणक होता है। यह आपके दिल के काम की प्रदर्शनी को दर्शाता है और किसी भी संभावित दिल समस्या की संकेत दे सकता है। आपके पल्स रेट का मापन आपके स्वास्थ्य की निगरानी करने में मदद कर सकता है और आपको यह जानने में मदद कर सकता है कि आपकी फिटनेस स्तर कैसा है।

  • प्राकृतिक परिवर्तन: प्राकृतिक परिवर्तनों के साथ पल्स रेट में बदलाव हो सकता है, जैसे कि जब आप व्यायाम करते हैं, तो आपका पल्स रेट बढ़ सकता है।
  • स्त्रेस और चिंता: स्त्रेस और चिंता भी पल्स रेट को बढ़ा सकते हैं।
  • बीमारियाँ: कुछ बीमारियाँ जैसे कि हाईपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) और हार्ट संबंधित समस्याएँ पल्स रेट को प्रभावित कर सकती हैं।

हार्ट रेट

हार्ट रेट या रेक्स रेट दिल की धड़कनों की गिनती होती है, और यह भी एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मापदंड होता है। हार्ट रेट को मामूलीत: बीट्स पर मिनट (BPM) में मापा जाता है, जो दिल की हर धड़कन की गिनती का परिणाम होता है।

हार्ट रेट के मापन के तरीके

  1. हैंड पॉल्स: हाथ की किसी भी उंगली का उपयोग करके आप अपने नाड़ी की दर को माप सकते हैं।
  2. पल्स मीटर: विशेष पल्स मीटर या डिवाइस का उपयोग भी हार्ट रेट को मापने के लिए किया जा सकता है।
  3. ECG (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफ़ी): इसका उपयोग डॉक्टर द्वारा आपके दिल की गति की मापन के लिए किया जाता है और यह अधिक विश्लेषणात्मक होता है।
  4. स्मार्ट वियरेबल्स: आजकल के स्मार्ट वियरेबल्स जैसे कि स्मार्ट वॉचेस और फिटनेस बैंड्स आपके हार्ट रेट को नियमित रूप से माप सकते हैं और डेटा को आपके स्मार्टफोन पर दिखा सकते हैं।

हार्ट रेट के महत्व

हार्ट रेट भी आपके स्वास्थ्य के मापदंड के रूप में महत्वपूर्ण है और यह आपके दिल के स्वास्थ्य को दर्शाने में मदद करता है। आपके हार्ट रेट का मापन आपके शारीरिक व्यायाम के प्रभाव को दिखा सकता है और यह बता सकता है कि आपके दिल का काम कितना अच्छा हो रहा है।

  • व्यायाम की प्रदर्शनी: हार्ट रेट का मापन व्यायाम की प्रदर्शनी को मापने का एक तरीका है। यह आपको यह दिखा सकता है कि आपकी व्यायाम की प्रदर्शनी कैसी है और क्या आपको और अधिक व्यायाम की आवश्यकता है।
  • चिकित्सकीय निगरानी: हार्ट रेट का मापन डॉक्टर द्वारा आपके स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए किया जा सकता है, विशेष रूप से हार्ट समस्याओं के मामले में।
  • दिल की बीमारियों का पता लगाना: हार्ट रेट का मापन हार्ट संबंधित समस्याओं को पहचानने के लिए एक महत्वपूर्ण टूल हो सकता है।

पल्स रेट और हार्ट रेट के बीच अंतर

पल्स रेट और हार्ट रेट के बीच अंतर यह है कि पल्स रेट केवल धड़कनों की गिनती का मापन करता है, जबकि हार्ट रेट दिल की प्रति मिनट धड़कनों की गिनती करता है। इसका मतलब है कि पल्स रेट एक मानक धड़कन की गिनती है, जबकि हार्ट रेट सभी धड़कनों की गिनती करता है, जो दिल के प्रति मिनट होती है।

यह अंतर महत्वपूर्ण है क्योंकि एक व्यक्ति की पल्स रेट दिल के किसी विशिष्ट हिस्से की धड़कन को मापती है, जबकि हार्ट रेट दिल की पूरी प्रदर्शनी को मापती है। इसका मतलब है कि एक व्यक्ति की पल्स रेट उसके दिल के किसी खास हिस्से की स्वास्थ्य को दर्शा सकती है, जबकि हार्ट रेट उसके पूरे दिल की स्वास्थ्य को दर्शा सकती है।

इसके अलावा, पल्स रेट आमतौर पर अधिक आसानी से मापा जा सकता है, जबकि हार्ट रेट के लिए उच्च गुणवत्ता के उपकरणों की आवश्यकता होती है।

संक्षेप

पल्स रेट और हार्ट रेट, दोनों दिल के स्वास्थ्य के मापदंड हैं, लेकिन इनमें अंतर होता है। पल्स रेट धड़कनों की गिनती का मापन करता है, जबकि हार्ट रेट दिल की पूरी प्रदर्शनी की गिनती करता है। दोनों के मापन के तरीके और उनके महत्व किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य की निगरानी करने में मदद करते हैं और चिकित्सकों को डिग्री जांच करने और उपयुक्त उपाय की सिफारिश करने में मदद करते हैं। आपके पल्स रेट और हार्ट रेट को नियमित रूप से मापकर आप अपने स्वास्थ्य की निगरानी कर सकते हैं और उसे बेहतर बना सकते हैं।

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